मायावती की परिवारवादी राजनीति का चेहरा बेनकाब,इतिहास विश्वासघात का रहा- भाजपा
(जीएनएस) लखनऊ। भाजपा ने बसपा-सपा गठबंधन को लेकर पहले ही कहा था कि यह अवसर परस्त चुनावी गठबंधन है। मायावती ने दलितों के नाम पर वोट लेकर दलितों को ही हाशिये पर रखा वो अपने परिवार के सिवा और किसी की कैसे हो सकती हैं? मायावती का इतिहास विश्वासघात का रहा है। अब उनकी परिवादवादी राजनीति का चहेरा बेनकाब हो चुका है।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिशचंद्र श्रीवास्तव ने बयान जारी