नोटबंदी के दौरान डेढ़ लाख दिहाड़ी श्रमिकों को नहीं मिला काम: सर्वेक्षण
(जी.एन.एस) ता.22 नोटबंदी की सबसे ज्यादा मार दिहाड़ी श्रमिकों पर पड़ी है। नोटबंदी के समय दिसंबर-2016 में समाप्त तीन महीनों के दौरान 1.52 लाख दिहाड़ी श्रमिकों को काम नहीं मिला। ये जानकारी सरकार की एक रिपोर्ट में सामने आई है। सरकार ने पिछले साल नवंबर में 500 और 1000 रुपये के नोटों को अवैध करार दिया था जिससे आर्थिक गतिविधि में बाधा आई। श्रम मंत्रालय के श्रम ब्यूरो की ओर