सोनभद्र: भोजन दिलाने में जिले को प्रदेश में दूसरा स्थान
सोनभद्र : कोई मजदूरी करके मिलने वाले पैसे से अपनी आजीविका चलाता था। राशन, तेल भी उसी से खरीदा जाता था। लॉकडाउन के दौरान जब बाहर निकलना बंद हुआ तो समस्या गंभीर हुई। हालांकि शासन के निर्देश पर जिले में स्थापित कंट्रोल रूम ने ऐसे लोगों की चिता की और उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया। जिसे जरूरी थी समय से भोजन दिलाया। इसकी समीक्षा भी शासन स्तर से हुई,