कुछ कर गुजरने के जुनून ने आतंकवादग्रस्त गांव के अंजुम बशीर को बनाया केएएस टॉपर
(जी.एन.एस) ता. 22 रजौरी सुरनकोट क्षेत्र जो करीब दो दशक पहले आतंकियों का गढ़ रहा। उस समय एक बच्चा जिसने अपने घर को जलते व आसपास के लोगों को आतंकवादियों की गोलियों से मरते और कई युवाओं को आतंकवाद से जुड़ते देखा। उस उम्र में उसके मन में आतंकवाद के खिलाफ नफरत की आग भर गई। परिवार के साथ घर तक छोड़ना पड़ा, पर कुछ करने का संकल्प और जुनून