नेताओं की खाल गेंडे से भी मोटी : डॉ. वेदप्रताप वैदिक
सत्तर साल की आजादी ने देश में नेतृत्व का चरित्र ही बदल दिया है। हमारे नेता लोगों ने अपने आपको नैतिकता से ही आजाद कर लिया है। भ्रष्टाचार के किसी गंभीर मामले में फंसने के बाद यदि अदालत उन्हें बरी कर देती है तो वे जश्न मनाते हैं। उन्हें इस बात के लिए जरा भी शर्म नहीं आती कि वे रंगे हाथ पकड़े गए थे। सारे देश के चैनलों और