लोकसभा में भी होना चाहिए पत्रकारों का प्रतिनिधत्व – रवीन्द्र मिश्रा
सीतापुर। शिक्षकों की कुशलता के लिए “शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र” है। स्नातकों की कुशलता के लिए “स्नातक निर्वाचन क्षेत्र” है। किंतु बेहद चिंताजनक बात है कि हर समय खतरों से रूबरू होने वाले पत्रकार साथियों की कुशलता के लिए “मीडिया निर्वाचन क्षेत्र” का गठन अभी तक नहीं किया गया है। अब ऐप्जा के नेतृत्व में लोकसभा और विधान सभाओं में भी पत्रकारों का प्रतिनिधि होना बहुत जरूरी है। आगामी लोकसभा