धार्मिक सहिष्णुता और मानवता की अहमियत पर चर्चा, भारत में विविधता और एकता के बीच संतुलन का संदेश
नई दिल्ली। बढ़ते सामाजिक तनाव और राजनीतिक जटिलताओं के इस दौर में, प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता डॉ. विनोद स्वर्ण गुरु ने एकता और सद्भाव का संदेश देते हुए राष्ट्रीय विकास के लिए करुणा, मानवता और सहिष्णुता को आवश्यक बताया। राजधानी में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने धार्मिक स्थलों के विवाद और समाज में बढ़ती असहमति पर चर्चा की। गुरुजी ने जोर देकर कहा कि धर्म और आस्था को मानवता