सोनोग्राफी सेंटरों की जांच को लेकर प्रशासन सुस्त
(जीएनएस)13 जनवरी, उज्जैन। शासकीय अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी कराने के लिए प्राइवेट सेंटरों पर खुलेआम भेजा जा रहा है। कमिशन खाने और प्राइवेट सेंटरों की आय में इजाफा करने के लिए डॉक्टर न तो गर्भवतियों की स्थिति का लिहाज कर रहे हैं न ही कानून के डंडे का। पिछले दिनों झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने शहरभर में अभियान चलाया था जिसमें कई झोलाछाप डॉक्टर