‘उर्दू की गीता’ रचने वाले अनवर जलालपुरी को पद्मश्री
जीएनएस,ताॅ 26 जनवरी लखनऊ।‘‘मैं जा रहा हूं…मेरा इंतजार मत करना..’’, ये कहकर अनवर जलालपुरी तो बीती 2 जनवरी को दुनिया से अलविदा कह गए लेकिन ऐसे रोशन सितारों की चमक भला कब अलविदा कहती है। अशआर की शक्ल में जो नगीने अनवर जलालपुरी जमाने को दे गए। उनका रुतबा उस वक्त और बढ़ गया जब गुरुवार को पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई। केन्द्रीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत