गोण्डा-बाहुबल बनाम राजमहल,ऊंट किस करवट बैठेगा?
Share this article आहत राजघराने कैसरगंज समेत गोण्डा पर डालेंगे दूरगामी असर। मनोज मौर्यगोण्डा। आमतौर पर आजादी के बाद से ही राजमहल व सामंतों के प्रभाव में रहने वाली जनपद की राजनीति को 1990 के दशक में बाहूबल के प्रवेश के बाद जिले का सबसे बड़ा राजमहल मनकापुर पतन की तरफ बढ़ चला वहीं बाहूबल धीरे-धीरे मजबूती के साथ जिले की राजनीति को अपने इर्द-गिर्द समेटता बढ़ता चला गया ।