NRC: असम आंदोलन में जान गंवानेवाले शहीद की पत्नी और बेटा विदेशी कैसे ?
(जी.एन.एस) ता. 31 गुवाहाटी ‘मैं असम आंदोलन में शहीद हुए मदन मल्लिक की पत्नी हूं। 1983 में हुए असम आंदोलन में मेरे पति ने अपनी जान गंवाई थी। मेरे पति अखिल असम छात्र संस्था (आसू) के लोगों के साथ देश के लिए शहीद हो गए। उन शहीदों के बलिदान के कारण ही एनआरसी बनी है और अब हमको ही विदेशी बताकर एनआरसी से बाहर कर दिया गया है।’ ये कहना