सपनों के सौदागर ने गुजरात मॉडल के नाम पर गुमराह किया: मुकुल वासनिक
Share this article खंडवा। मैं यहां आने से पहले सोच रहा था कि 2014 के चुनाव में ऐसा माहौल बना दिया गया था कि अगर यह नेता पीएम बन जाता है तो सारे मसले हल हो जाएंगे। गुजरात मॉडल बताया जाता था। एक सपनों के सौदागर की तरह समाज के हर वर्ग के लिए सपने सजाने का काम किया गया था, लेकिन जो जो वादे किए गए वह पूरे नहीं