अप्रेल फूल को हम चाहे विदेशी उपज कहकर उपहास उड़ायें, इसे निरर्थक और हास्यास्पद मानें और इसकी बुराई करते रहें मगर हमारे लिए यह शाश्वत और सनातन सत्य के रूप में स्वीकार किया जाना ठीक होगा। अन्तर्राष्ट्रीय मूर्ख दिवस को हम केवल एक ही दिन मनाकर इतिश्री कर लेते हैं और अगले साल तक के लिए एक अप्रेल को भूल जाते हैं लेकिन सत्य यह है कि हमारे लिए हर