अब नही चलेगा ‘‘ भारत बंद ’’ का खेल
आज से बीस वर्ष पहले जब कोई आन्दोलन होता था तो उसका विराट स्वरूप दिखाई पड़ता था। जैसे जैसे राजनीति का हश्र हुआ उसी अनुपात में भारत में होने वाले आन्दोलनों की धार मोथरी होती चली गई। सरकार के प्रति जनता में बेरूखी के बाद भी पूरे विपक्ष के एकजुट होकर किए गए ‘‘ भारत बंद ’’ को जनता का सहयोग न मिलना इस बाॅत का संकेत है कि भारत