इमरजेंसी के दौरान आम लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर ही पहरा लगाकर यातनाएं देकर अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ा: सूर्य प्रताप शाही
कुशीनगर | आपातकाल की रात भारत में दमन के अभूतपूर्व दौर की शुरुआत हुई। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने आपातकाल के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए। और देश के लोकतंत्र पर सबसे बदनुमा दाग लगाकर अगले 21 महीने नागरिक अधिकार छीन लिए गए, सत्ता के खिलाफ बोलना अपराध हो गया, विरोधी जेलों में ठूंस दिए गए। उन दिनों देश ने जबरन नसबंदी का