डॉ. वेदप्रताप वैदिक — करतारपुर-समारोह अपने आप में इतना बड़ा अवसर था, जिसका फायदा भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों को नए दरवाजे खोलने के लिए मिल सकता था। लेकिन मुझे बड़ा दुख है कि इमरान खान-जैसे शरीफ और सज्जन नेता ने करतारपुर में ऐसा भाषण दे दिया, जिसने उस समारोह के असर को ही फीका नहीं कर दिया बल्कि उनकी छवि और समझदारी पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया। वे
Sign in
Welcome! Log into your account
Forgot your password? Get help
Password recovery
Recover your password
A password will be e-mailed to you.