वर्तमान समय में स्वार्थी चापलुसों, चरणस्पर्शियों, निकम्मों, दुराचारियों, दुव्र्यसनियों, भ्रष्टाचारियों, रिश्वतखोरों, चोर-डकैतों-बेईमानों, हिंसकों, लूटरों, छीना-झपटी करने वालों, धींगामस्ती में माहिरों और हर तरह से गुण्डे-बदमाश माने जाने वाले लोगों के लिए जिन्दगी जितनी अधिक आसान, निरापद और मस्त होती जा रही है उतनी ही अधिक कठिन और दुःखदायी जिन्दगी उन लोगों की होती जा रही है जो लोग निष्ठावान, कर्तव्यपरायण, ईमानदार, राष्ट्रभक्त और पुरुषार्थी हैं। कारण स्पष्ट है कि जहाँ