– डॉ. दीपक आचार्य धरती कभी खराब नहीं होती और न ही अशुद्ध होती है। इसे बिगाड़ने, अशुद्ध और प्रदूषित करने का काम इंसान ही करते हैं। वे सारे स्थल तब तक शुद्ध बने रहते हैं जब तक कि इंसान की पहुुंच वहां तक नहीं हो पाती है। जैसे ही किसी स्थान पर इंसानी प्रजाति की कोई सी इकाई पहुंच जाती है वैसे ही उस स्थल का बंटाढार होने लगता