Home संपादकिय कोई भागे कोई मर गये बाकी सब खैरियत हैजी

कोई भागे कोई मर गये बाकी सब खैरियत हैजी

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(जी.एन.एस) ता. 02विदेश की किसी सप्त तारक होटेल में माल्या और चोकषी मिल गये। खाने पिने का आर्डर दिया और कोफ़ी पीते पीते केफे कोफ़ी डे के मालिक सिध्धार्थ को याद करने लगे। चूंकि निरवभाई तो विदेशवा की किसी जेल में बंद है इसलिए वे उन्हें भी याद करने लगे। शराब का कारोबारी बोला की ये कोफिवाले को ऐसा नहीं करना था। हमने भी धंधा किया और बेंको को चुना
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