गूगल ट्रांसलेट की मदद से हुआ उज्बेकिस्तान की मरीज का इलाज
(जी.एन.एस) ता. 22 हैदराबाद उज्बेकिस्तान की 58 वर्षीय गावखरजोन खाफिजोवा जब महीने की शुरुआत में हैदराबाद आईं तो उन्हें कोई आइडिया नहीं था कि जिंदगी बदलने वाला एक अनुभव उनका इंतजार कर रहा है। न तो उन्हें इंग्लिश आती थी और न ही उनके पास ज्यादा संसाधन थे, लेकिन थैंक्स टू टेक्नॉलजी, उनका भारत आना सफल रहा। यहां डॉक्टरों ने आसानी ने उनका इलाज किया जो शुरुआत में बहुत मुश्किल