गोंडा: कागजों में सीमित होकर रह गया पशु चिकित्सालय
गोंडा। यहां तो सिर्फ पशु चिकित्सालय कागजों तक सीमित चल रहा है। पशु चिकित्सा विभाग में तैनात पशु चिकित्सा विभाग का कर्मचारी ठेकेदारी में मशगूल है और घर बैठे वेतन ले रहे है। दो वर्षों से इस उप पशु चिकित्सा केंद्र बरगदी कोट का ताला नहीं खुला और उसके अगल-बगल बड़ी-बड़ी घास उगी हुई है। क्षेत्र के पशुपालकों को अपने पशुओं का इलाज कराने के लिए 10 किलोमीटर दूर करनैलगंज