जहां पहले होती थी मस्ती, वहां सुनाई दे रही थीं करुणामयी चीत्कारें
(जी.एन.एस) ता.16 रियासी एक तरफ चिनाब दरिया तो तीन तरफ ऊंचे पहाड़ों से घिरा प्राकृतिक सौंदर्य समेटे सियाड़ बाबा का स्थान। रियासी जिला मुख्यालय से छह किमी दूर प्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटनस्थल में रविवार को उंचाई से गिरने वाले झरने का दूधिया पानी रविवार को मृतकों और घायलों के खून से लाल हो उठा। जिस स्थान पर अक्सर लोग श्रद्धा में डूबे शांत भाव या फिर मस्ती के रंग में