जातिवाद का खात्मा कैसे हो ?
डॉ. वेदप्रताप वैदिक — अंतरजातीय विवाहों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ढाई लाख रु. का अनुदान देती है याने यह पैसा उनको मिलता है, जो अनुसूचित जाति या वर्ग के वर या वधू से शादी करते हैं लेकिन खुद होेते हैं, सामान्य वर्ग के ! सामान्य का अर्थ यहां ऊंची जाति ही है। याने ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य ! इनमें तथाकथित पिछड़े भी शामिल हैं। इस अनुदान-राशि के बावजूद