दोनों हाथ नहीं पर हौसला पहाड़ सा, इस तरह संभाल रही दिव्यांग बच्चों को
(जी.एन.एस) ता. 06 रांची एक हाथ न हो तो आदमी खुद को लाचार महसूस करता है मगर लक्ष्मी के तो दोनों हाथ नहीं है। उसने अपनी इस कमजोरी को कमजोरी नहीं बनने दिया। पहाड़ से हौसले के साथ जीवन के सफर पर बढ़ती गई। झारखंड की राजधानी रांची से तकरीबन 25 किमी की दूरी पर बेड़ो प्रखंड के छोटे से गांव टुक्को की रहने वाली लक्ष्मी के हाथ बचपन से