धूमधाम से मनाया श्री गुरू ग्रन्थ साहेब जी के पहला प्रकाश पर्व
लखनऊ। श्री गुरू ग्रन्थ साहेब सिक्ख धर्म का परम पूज्यनीय धर्मग्रन्थ है। यह पावन ग्रन्थ 10 गुरू साहेबान की दिव्य आत्म ज्योति रूप प्रत्यक्ष गुरू रूप है। गुरू का अनन्य सिक्ख इस प्रत्यक्ष गुरू रूप के समक्ष नतमस्तक हो जीवन युक्ति के प्रत्येक दिषा निर्देष इसी सच्ची वाणी से प्राप्त करता है।“संता के कारज आप खलोआ हर कम करावण आया राम”सम्वत 1708 ई0 में ज्योति जोत समाने से पूर्व देहधारी