पटाखों का प्रदूषण, डॉक्टरों से गुजारिश-दीए जलाकर मनाए दिवाली
(जी.एन.एस) ता 18 नई दिल्ली राजधानी की आबोहवा पहले से ही प्रदूषित है। ऐसी स्थिति में दिवाली के दिन पटाखे जलाने से वातावरण में और प्रदूषण बढ़ सकता है। पटाखों का यह जहरीला धुआं सांस व हृदय के मरीजों के लिए घातक हो सकता है, क्योंकि पटाखों के धुएं से सबसे अधिक नुकसान फेफड़े और हृदय को होता है। ऐसे में प्रदूषण के दुष्प्रभाव से लोग बीमार हो सकते हैं।