बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में घास खाता दिखा बाघ
उमरिया। जिस किसी ने भी यह कहा है कि चाहे बाघ कितना भी बूढ़ा क्यों ना हो जाए वह घास कभी नहीं खाता, यह झूठ कहा है। दरअसल बाघ भी घास खाता है और यह कोई नई बात नहीं है। अपने जीवन में लगभग हर बाघ को कभी ना कभी घास खानी पड़ती है। बाघ का घास खाना उसकी मजबूरी नहीं है, उसकी आवश्यकता है। बाघ की इसी तरह की