बुर्का बैन को लेकर छपे संपादकीय पर शिवसेना और सामना में मतभेद
(जी.एन.एस) ता. 02 मुंबई सामना को शिवसेना का मुखपत्र कहा जाता है और इसमें छपने वाले संपादकीय को शिवसेना की अधिकृत राय माना जाता है। सामना में प्रकाशित संपादकीय में भारत में सार्वजनिक जगहों पर बुर्के को बैन करने की मांग से शिवसेना ने पहली बार खुद को अलग कर लिया। इस घटना को शिवसेना की अंदरूनी राजनीति में काफी गंभीर माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि