यहां हुनर जमकर बोलता, बांस से खेलते हैं हाथ
(जी.एन.एस) ता.18 पालमपुर यहां हुनर जमकर बोलता है बांस की तीलियों तथा पतली लकड़ियों से हाथ खेलते हैं तब कहीं जाकर ढांचा तैयार होता है। विजयदशमी पर जो रावण, मेघनाथ तथा कुंभकरण के पुतले जलाए जाते हैं उसके पीछे कई दिनों की मेहनत होती है। सिर, हाथ, पैर और धड़ बनाने के लिए हुनर काम आता है। दिनभर 7 से 8 घंटे काम करने के बाद कहीं जाकर 7-8 दिन