भूख अपने आप में वह महान और भयंकर शब्द है जो दुनिया में हर कहीं अपना वजूद बनाए हुए है। भूख का अर्थ सिर्फ पेट की भूख से नहीं है। भूख जात-जात की है। बड़े-बड़े पेट वाले भक्ष्य-अभक्ष्य सब कुछ निगल कर भी भूखे होते हैं तो बहुत बड़ी संख्या ऎसे लोगों की है जिन्हें दो रोटी तक नसीब नहीं होती। भरपेट भोजन करने वाले, पराया माल अपना समझ कर
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