राष्ट्रपति बोले तो अच्छा लेकिन…?
डॉ. वेदप्रताप वैदिक नई संसद को राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने जो संबोधित किया, वह अपने आप में उत्तम श्रेणी का काम था। सबसे पहले तो मैं उनके भाषण की हिंदी की तारीफ करुंगा। ऐसा लग रहा था कि वह भाषण मूल हिंदी में लिखा गया था और राष्ट्रपति ने उसे जिस संजीदगी से पढ़ा, वह भी अच्छा प्रभाव छोड़ रही थी। उन्होंने पिछले पांच साल में की गई मोदी