वैदिक काल में माना गया है स्वस्थ शरीर को प्रथम सुख : रजिस्ट्रार प्रो.गर्ग
-डीसीआरयूएसटी में प्रारंभ हुआ फिजिकल कंडीशनिंग व बास्केटबॉल स्किल का कैंप (जी.एन.एस) ता. 28 सोनीपत, 28 मई (अंकित कुहाड़)। दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के रजिस्ट्रार प्रो.एस.के.गर्ग ने कहा कि वैदिक काल से ही हमारे पूर्वजों ने स्वस्थ शरीर को प्रमुख सुख माना है । शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल अथवा व्यायाम की उतनी ही आवश्यकता है जितनी कि जीवन को जीने के लिए भोजन