समाज के सेंटा ने बना लिया अपना अलग मुकाम
(जी.एन.एस) ता 25 लखनऊ किसी का दर्द ले सको तो लो उधार…जीना इसी का नाम है…। यह पंक्तियां समाज के सेंटा क्लाज पर बिल्कुल फिट बैठती हैं। समाज के सेंटा लगभग रोज ही किसी न किसी को नायाब तोहफा देते ही रहते हैं। किसी का भी दर्द लेने को तैयार 78 वर्षीय इमानुअल पिछले 22 वर्ष से सप्रू मार्ग स्थित प्रेम निवास में सेवा कार्य कर रही हैं। संत मदर