सरकारी चिकित्सकों के सिर पर बाहरी दुकानों की दवाइयां का धंधा खूब फल फूल रहा
(जी.एन.एस) ता. 23 चम्बा सरकारें गरीबों को सरकारी स्तर पर मुफ्त में दवाइयां मुहैया करवाने के नाम पर भले हर वर्ष करोड़ों रुपए पानी की तरह खर्च कर दें लेकिन सच्चाई यह है कि सरकारी चिकित्सालयों में तैनात कुछ चिकित्सकों का निजी हित इस योजना की सफलता में आड़े आ रहा है। अधिक पैसा कमाने की चाहत है में कुछ सरकारी संस्थानों में तैनात चिकित्सक अस्पताल में दवाइयां होने के