साहित्यकार वाल्मीकि बन जाता, पत्रकार नारद की तरह भटकता रहता
(जी.एन.एस) ता 23 लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लेखन समाज की जरूरत के अनुसार होना चाहिए। ऐसा लेखन ही समाज, संस्कृति और राष्ट्र को संबल देता है। जब भी इस तरह का लेखन हुआ तो वह इतिहास बन गया। वाल्मीकि रामायण इसका प्रमाण है। विजुअल और सोशल मीडिया के बढ़ते वर्चस्व के कारण साहित्य के क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ीं हैं, पर इसको लेकर निराश होने के बजाय