कश्मीरः लात और बात, दोनों चलें
डॉ. वेदप्रताप वैदिक — कश्मीर में शस्त्र-विराम को विराम देकर भारत सरकार ने बिल्कुल ठीक कदम उठाया है। एक महिने तक चले इस एकतरफा शस्त्र-विराम का नतीजा क्या निकला ? सरकार और फौज ने तो हथियार नहीं चलाए लेकिन आतंकवादियों ने बड़ी बेशर्मी से अपनी खूरेंजी जारी रखी। 41 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। पत्थरबाजी भी चलती रही। सबसे दुखद बात यह हुई कि वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी