क्या चीन से आर्थिक और राजनैतिक बहिष्कार करना आसान हैं ?
लेखक – डॉ अरविन्द प्रेमचंद जैन (भोपाल) एक कार्यालय में बहुत चतुर होशियार और चालाक बाबू ट्रांसफर होकर आया ,वैसे वह अपने कारनामों से कुख्यात रहा हैं । सब कर्मचारी अधिकारी के पास उस बाबू की समस्या लेकर आये अधिकारी ने सबकी बात सुनी और पूछा अब रास्ता क्या हैं ? कुछ बोले हम अपना ट्रांसफर करा लेते हैं ,कुछ बोले उसका ट्रांसफर यहाँ नहीं होना चाहिए ,पर अधिकारी ने