मुफ़्त मासिक महावारी स्वच्छता जागरूकता संगोष्ठी आयोजित
(जी.एन.एस) ता. 29जयपुरजैसा कि हम सब जानते हैं कि भारत में मासिक महावारी की स्वच्छता वास्तव में बहुत खराब है, आंकड़े बताते हैं कि वैश्विक स्तर पर कम से कम 500 मिलियन लड़कियों के पास मासिक महावारी स्वच्छता उत्पादों तक पहुँच नहीं है। कई लड़कियां अपने पीरियड्स के दौरान स्कूल छोड़ देते हैं क्योंकि वे पैड्स अफ़्फोर्ड नहीं कर सकते। भारतीय समाज में मासिक महावारी को आज भी वर्जित माना