आतंकवादः बात और लात, दोनों चलें
डॉ. वेदप्रताप वैदिक — कश्मीर में हमारे लगभग 50 जवानों की हत्या ने देश को ऐसा दहला दिया है कि अनेक परस्पर विरोधी नेता भी आज एक स्वर में बोल रहे हैं। यह वक्त इतना नाजुक है कि भारत सरकार जो भी कदम उठाएगी, सारा देश उसका साथ देगा। सरकार ने फौज को पूरी तरह से अपने कदम बढ़ाने की आजादी दे दी है लेकिन असली सवाल यह है कि