Home देश इतिहास भूगोल की पढ़ाई और सामाजिक मंथन कर रहे कैदी

इतिहास भूगोल की पढ़ाई और सामाजिक मंथन कर रहे कैदी

259
0
(जीएनएस)14 दिसंबर, जबलपुर। जिन हाथों से कभी कत्ल हुए। खून बहे। गोलियां चलीं। उन हाथों में अब हथियार की जगह कलम आ गई। कलम आई तो कैदियों की सोच बदल गई। बदली हुई सोच के साथ कैदी जेल की चाहर दीवारियों के अंदर ही इतिहास, भूगोल, विज्ञान, उन्यास की पढ़ाई कर रहे हैं। कोई कैदी कविता सुनाता है तो कोई कहानियां। कोई पदमावती का इतिहास बताता है तो कोई भारतीय
Existing Users Log In
   
New User Registration
*Required field