(जीएनएस)13 फरवरी, जबलपुर। प्रदेश के बिजली कंपनियों ने अन्य बिजली उत्पादन कंपनियों को पिछले 3 वर्षो में 6626 करोड़ रुपये का भुगतान किया, लेकिन उनसे एक भी यूनिट बिजली की खरीदी नहीं की गई। यह घोटाला उस समय सामने आया जब प्रदेश के बिजली कंपनियों ने अपनी वार्षिक राजस्व आवश्यता रिपोर्ट एआरआर विद्युत नियामक आयोग को प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट में बिजली खरीरी और विक्रय के दस्तावेज प्रस्तुत किये गए