छोटे-छोटे फार्मूले अपनाने होंगे -मरकाम
(जीएनएस)12 फरवरी, छिन्दवाड़ा। राज्यों और केंद्र की सरकारें आदिवासियों के लिए जो योजनाएं बना रही हैं वह सिर्फ छलावा है जरूरतमंद व्यक्ति तक तो वे योजनाएं पहुंच ही नहीं पा रही हैं। इसे अब समझना होगा और अब बोलने का वक्त नहीं है अपने अधिकारों के लिए आगे बढक़र काम करकर दिखाने की जरूरत है। हर्रई में आयोजित अखिल भारतीय गोंडवाना महासभा के शेरवा राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन गोंडवाना