दिल्ली में चुनावी दंगल अब जरुरी – डॉ. वेदप्रताप वैदिक
आम आदमी पार्टी कितनी भी सफाई पेश करे, कितने भी तर्क प्रस्तुत करे, दुराशय के कितने भी आरोप लगाए, यह तो तय है कि बीसों विधायकों की सदस्यता समाप्त होकर ही रहेगी। चुनाव आयोग ने तो अपना फैसला दे ही दिया है, उच्च न्यायालय और राष्ट्रपति का फैसला भी शीघ्र ही आ जाएगा। ये तीनों भी यदि ‘आप’ के 20 विधायकों को संसदीय सचिव बनाने के फैसले को ठीक कह