प्रधानमंत्री की रुस-यात्रा के अर्थ
डॉ.वेदप्रताप वैदिक — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसी पिछले माह चीन चले गए थे, वैसे ही वे रुस चले गए। ये दोनों यात्राएं अनौपचारिक थीं। याने इनमें कोई एजेंडा पहले से तय नहीं था और बातचीत के बाद कोई संयुक्त वक्तव्य जारी नहीं हुआ। रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ मोदी की यह कोई पहली भेंट नहीं थी। ये दोनों नेता पिछले चार साल में कई बार मिल चुके हैं।