भारत-मालदीवः सिर्फ जबानी जमा-खर्च ? – डॉ. वेदप्रताप वैदिक
पिछले माह मैंने मालदीव और चीन के बढ़ते हुए घनिष्ट संबंधों पर लिखा था और कहा था कि भारत सरकार शीघ्र नहीं संभली तो भारत का यह पड़ौसी देश शीघ्र ही चीन का सामरिक अड्डा बन जाएगा। संपूर्ण हिंदमहासागर क्षेत्र के लिए वह एक चुनौती खड़ी कर देगा। मुझे खुशी है कि हमारे विदेश मंत्रालय की नींद जल्द ही खुल गई और मालदीव के विदेश मंत्री मोहम्मद असीम को दिल्ली