भीड़ की हिंसाः भेड़ बने भेड़िया
डॉ. वैदिक — भीड़ की हिंसा के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय को मुंह क्यों खोलना पड़ा ? भारत की कानून-व्यवस्था में हत्या, मार-पीट और हिंसा के लिए उचित सजा के प्रावधान हैं, फिर भी अदालत को इसीलिए विस्तार से बोलना पड़ा कि 2015 से लेकर अब तक के समय में ऐसी 200 घटनाएं हो चुकी हैं। 2017 में ऐसी घटनाएं 80 प्रतिशत बढ़ गईं। पिछले डेढ़ साल में 66 बार भीड़