श्रीलंका में चीन के चहेतों का राज
डॉ. वेदप्रताप वैदिक — श्रीलंका में कल रात अचानक सत्ता-पलट हो गया। प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघ को राष्ट्रपति मैत्रीपाल श्रीसेन ने अपदस्थ करके उनके स्थान पर महिंद राजपक्ष को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिला दी। अब श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों नेता ऐसे हैं, जिन्हें भारत-विरोधी माना जाता है। दूसरे शब्दों में श्रीलंका में अब उसी तरह भारत-विरोधियों की सरकार बन गई है, जिस तरह नेपाल में बनी हुई है।